✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️
🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹
बुजुर्ग रघुवीर जी अपनी पत्नी के साथ अपनी रिटायर्ड जिंदगी बहुत हंसी खुशी बीता रहे थे.....पेंशन से दोनों पति पत्नी अपनी जीविका से खुश थे ...वैसे तो घर बडा था और उनके तीन बेटे बहुऐ भी थी मगर उनके तीनो बेटे अलग अलग शहरों में अपने अपने परिवारों के साथ व्यस्त थे...वैसे उन्होनें नियम बना रखा था... दीपावली हो या कोई अन्य त्यौहार तीनों बेटे सपरिवार उनके पास आएंगे साथ रहेंगे खाएंगे वक्त बिताऐगे.... पूरे एक सप्ताह तक....वो एक सप्ताह कैसे मस्ती में बीत जाता था कुछ पता ही नही चलता था....सारा परिवार खुशी से झूम उठता ....अलग अलग भले ही रहते थे मगर उस एक सप्ताह में पूरी कसर साथ रहने की खत्म हो जाती ...उन सुखद अनुभव और खुशियों के सहारे रघुवीरजी और सुधा की जिंदगी सुखद थी....
मगर फिर उनकी खुशियो को जैसे नज़र ही लग गई..... अचानक सुधा जी को एक रात दिल का दौरा पडा ...और एक झटके में उनकी सारी खुशियां बिखर गई.....
#समाज