बहुत कमज़ोर हैं, मेरे आँसू, दीवार पर लगे किसी पलस्तर की तरह, ज़रा नमी क्या आती है जज़्बात में, झरने लगते हैं। ©Prashant Shakun "कातिब" #आंसू #Trending #प्रशांत_शकुन_कातिब #NojotoWritingPrompt #ashq