जहाँ मछली को नीर ना मिले, तड़प के वो मर जाएगी। विरहिणी को जब पीर ना मिले,, कैैैसे वो जल पाएगी।। उसी तरह बिन नारी के, पुुुुरुष का क्या आधार है। घर की नारी लक्ष्मी है,, वही तो सूत्रधार है।। नारी :घर की सूत्रधार