अंधेरो से नहीं डरती मैं, उजालों से अक्सर डर जाया करती हूं, क्योंकि नकाबी चेहरों को अपने सामने पाया करती हूं, अकेले होने से नहीं डरती मैं, कोई साथ हो तो अक्सर डर जाया करती हूं, क्योंकि साथ चलने वाले अक्सर रास्तों से भटका देते है, खामोशी को ही बहतर समझती हूं, क्योंकि किसी से बात करने से लोग, राई का पहाड़ बना देते है, रिश्ते निभाने से नहीं डरती मैं, उन्हें खोने से डरती हूं, क्योंकि कुछ अपने किसी के बहकाने से बहक जाया करते हैं, अजनबियों से नहीं डरती मैं बस अपनों से इसलिए ही डर जाया करती हूं #Tammana sharma answer to ur questions #collab#tamanna sharma#nojoto#hindi#nojotooficial#kavishala#kalakaksh#innervoice