मुझे मालूम है याद मेरी हर वक्त आती है तू सोचती रहती याद क्यों उस पागल की आती है अगर तुमको न मालूम हो किसी से पूछ कर देखो याद क्यों कब कैसे और क्यों क्यों आती है ©Tribhuwan dev tiwari त्रिभुवन देव तिवारी