तुम्हारी सुंदरता की क्या ही तारीफ़ करें हम नहीं हो तुम किसी स्वर्ग की अप्सरा से कम नहीं रोक पाते हैं हम अपने जज़्बातों को बरबस खिंचे चले जाते हैं तुम्हारी ओर हम बड़ी खुबसूरत हो तुम, देख कर तुम्हें फिदा हो जाते हैं हम, शायद बड़ी नज़ाकत से बनाया है खुदा ने, तुम्हारी सुंदरता देखकर, निशब्द हो जाते हैं हम।