ज़ज्बा हो भरोसा हो अगर जीत कर आने को जुगनू अकेला ही काफी है अंधेरा मिटाने को ऐ दुनिया मुझे छोटा देख मगर कमजोर ना समझ माचिस की एक तीली काफी है पूरा शहर जलाने को ॥ हृदयवाणी।श्रीकांत पचहरा #FollowIfYouLike #writtenbyme #poetry #shayari #poetrycommunity