छोटी - छोटी बातों पर ना रोज़ - रोज़ यूं रूठा कर हस के कर लूं बाते तुझसे दो घड़ी मेरे संग भी बैठा कर रिश्ता अपना हर दिन मजबूती से खींचा कर मैं तुलसी तेरे आंगन की, मुझे रोज़ प्यार से सींचा कर। कह दे अपने सारे दुख ना इतना भी तू सोचा कर मैं ही तो हूं तेरा आधा अंग जो रहूंगी तेरे संग हो जाए जो नोंक - झोंक ना उसको रबड़ बैंड सा खींचा कर मैं तुलसी तेरे आंगन की, मुझे रोज़ प्यार से सींचा कर। -poetess sonika ©Poetess Sonika #poeteryunplugged #poetess_sonika_tanwar_svra #poemkiduniya #nojotonews #nojotohindi #nojotonews #nojotoenglish