अब हुआ खुदा का कुछ ऐसा करिश्मा.... की हम दोनो के दूसरे ना हो कर भी अब रूह से एक साथ हो गए हैं.... और इस बात का सबूत मेरी दिल की धड़कन एहसासों से दे जाती हैं..... ऐसा नहीं है कि उसकी कोई और महबूबा थी... कम्बख्त के पास काम ज़्यादा था और वक़्त की कमी थी.. Open for collab