White *कि हम जो मिले तो बदल गई हमारी हाथों की रेखा,* *कि हमनें ख़ुद में ख़ुदा के बदले एक दूजे को ही देखा,,* *हमारा मिलना तो तय था और थी यहीं तो नीयति भी,* *कि उसने ही तो लिखा था हमें हम हैं विधि के लेखा,,* *🩷जय श्री राधेकृष्ण 🩷* ©Anju hindi shayari