लिबास बदल भी जाते हैं मौसम की अंगड़ाई से, क्या लहज़ा भी बदला है किसी की जुदाई से। हर कुछ बिखर जाता है हल्की सी बेवफाई से, दिल निकाल भी लाए क्या उसकी अलमारी से। ©AshuAkela #जिंदगी_और_जंग #कविता_के_छुपेरुस्तम