तेरे शहर में मुझे ठहरने का सही ठिकाना नही मिलता। सोचता हूं रूकु पर कोई खास बहाना नही मिलता। और वैसे तो सब कुछ मिलता है तेरे इस शहर में! मगर यहां मां के हाथ का बना वो खाना नही मिलता। ©VISHAL VAIRAJ village shayari by vishal vairaj #nojato #Shayari #Love #SAD #vishal_vairaj #vishal_vairaj_shayari #apne_kalam_se #FadingAway