क़तरा क़तरा मेरा वजूद बिखेरा जिसने.. वो मेरी सोच, मेरी ज़िन्दगी का मरकज़ था... आज का चैलेंज थोड़ा टफ़ है मैं उम्मीद करता हूं आप लोग ज़रूर पूरा करेंगें, और इस बेहतरीन लफ़्ज से अपना ख़याल लिखिए कोशिश करें तभी कामयाबी हासिल होगी !! Example: यह रश्क करती दुनिया कहीं तो रुके, कहीं कोई मरकज़ तो मुकर्रर हो इन्हें !! ✒ Aamir Shaikh