हटा के धूल,रिश्तों से, कभी फुरसत लिऐ आओ, तुम्हारे नाम से रोशन, अंधेरों से मिले जाओ। कसक बाकी रहे कोई, चलो पूरी किये देते, हमारी आह का किस्सा, जमाने भर,सुना पाओ। Sachin #ek #baar #fir #chale #aao