छोटी सी है जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,,,,,,,,,,,,,,,,, हर बात में खुश रहो इसमें क्या तुम्हारा क्या हमारा किसी के साथ की कोई जरूरत नहीं , ,,,, बिना उसके भी हो जाएगा गुजारा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, माना कि होते हैं अपने पराए मानो तो पराए भी हैं अपने और ना मानो तो अपना भी पराया यूं तो कहे कि 4 दिन की है जिंदगी पर इन्हीं को काटना बड़ा मुश्किल है यारा writter,,,mr.////. जयवीर सिंह 4 days life in my words