उदय होता सूरज देखो व्याप्त होता प्रकाश देखो नित अपने धर्म पर उतरता अग्नि की परिधि देखो ऐसी अग्न का ज्योत जले जिसमें तप कर पसीना बहे नित की ऐसी नियति रहे ज्योति कलश छलके।। सुप्रभात 😄🙏🌻.. #स्वर्णिम_रश्मि #दिनकीशुरुआत #नवदिन #आशाएँ #yqbaba