ओए ज़िंदगी तु क्यो बार -बार मुझे आजमाता है । एक बेवफ़ा से प्यार मिलने की उम्मीद जगाता है । अब बस कर थक गया हूँ मै इस मोहब्बत की खेल से तु मुझे इस खेल में हर बार हराता है । हर बार हराता है । 😔😔 लेखक आमिर हसन #heartbroken_poetry_for_हिन्दुस्तानीआशिक 😊 😊 ✌ SWASTIK SAHU