मज़बूरी " तुम्हारे साथ जीने मरने की कसम खाई है इसलिए मैं तुम्हें छोड़कर कहीं भी जा नहीं सकता। ज़ुल्म ओ सितम करना तुम्हारा हक़ और इश्क़ ए वफ़ा है,इसको सहाना मेरे प्यार की मजबूरी है। ©Anuj Ray # मज़बूरी "