आसमान में उड़ी जो पतंग तेरी मेरी मोहब्बत का पैग़ाम बन गई जो टूटी इसकी डोर बीच में ही मेरी ज़िंदगी का अंजाम बन गई लोहड़ी के इस पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 🎈🎈🪁🪁🪁🪁 🌝प्रतियोगिता-111🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🪁"उड़ी पतंग"🪁 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या