2212 2212 काफिय - म रादीफ - नहीं दिल में हमें अब गम नहीं, गमगीन अभी तो हम नहीं।। मत कर जहां से दिल्लगी, हर शख्स दुखी तो कम नहीं।। ललकार मेरी अब सुनो, डरते किसी से हम नहीं।। क्यों इश्क़ हुआ , ये कह अभी, क्या है ज़रा सा दम नहीं ।। दिल भी दुखा है जोर से, पर आंख मेरी नम नहीं।। सजदे जरूरी है यहां, काफ़िर भला फिर हम नहीं।। ©Ravi Sharma दिल में हमें अब गम नहीं, 2 2 12 2 2 12 गमगीन अभी तो हम नहीं।। 22 12 2 2 12 मत कर जहां से दिल्लगी, 2 2 12 2 212