युग-युग से प्यासा मन मेरा है पूछ रहा तुमसे प्रियवर कालिंदी कूल कदंब सी तुम मेरे मन को क्यों महकाती हो । हे मृगनयनी तुम नयनों से क्यूँ प्रेम सुधा बरसाती हो... 💕 #KumarAshok ✒️ #kavikumarashok #poetkumarashok #Love #hindipoems #मृगनयनी