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तू ने कहा न था कि मैं कश्ती पे बोझ हूँ आँखों को अब

तू ने कहा न था कि मैं कश्ती पे बोझ हूँ
आँखों को अब न ढाँप मुझे डूबते भी देख
~ शकेब जलाली #Proudy
तू ने कहा न था कि मैं कश्ती पे बोझ हूँ
आँखों को अब न ढाँप मुझे डूबते भी देख
~ शकेब जलाली #Proudy