आखों से बहता है पानी कैसी है ये ज़िन्दगानी उलझनो का बवंडर ओर उसमे ठेहरी मेरी जिन्दगानी..... कुछ कड़वी बाते ओर उसपे आग का पानी दिल के कुछ टुकड़े ओर उसपे झूट की वाणी..... केसी है ये जिन्दगानी......