मैं जितना इस जीवन में उजाले की कामना रखती हूं उतना ही अंधेरे से भर जाती हूं और फिर हर बार खुद से पूछतीं हूं आखिर मैं ही क्यों - मेरे साथ ही क्यों.. सत्य और कटु सच्चाई तो यही है की अंधकार से होकर ही जीवन के सारे रास्ते गुजरते हैं मां की कोख से लेकर मिट्टी में दफन होने तक सिर्फ अंधेरा ही साथ होता है बाकी सारे रंग इनके बीच ही होते हैं.. ✍️श्वेता गुप्ता #ShwetaGupta #ShiningInDark