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वो बार बार मेरे बेड के पास भंवरो की तरह मंडराती थी

वो बार बार मेरे बेड के पास
भंवरो की तरह मंडराती थी,
दवा की पुड़िया हाथ में लेकर
हर बार आती थी,
वो प्यारी नर्स ही थी,
जो इंजेक्शन से मुझे डराती थी,
उसकी वो फटकार,
प्रेम से भरी बातें,
मां के जैसी ममता,
दवा से ज्यादा असर डालती थी,
मेरे दवा न खाने पर,
अक्सर उसका डांटना,
और गुस्से के लहजे से बोलना,
दवा खा लो,
वरना डॉक्टर साहब
2 दिन और रखने वाले है... #nurses #nurses_day
वो बार बार मेरे बेड के पास
भंवरो की तरह मंडराती थी,
दवा की पुड़िया हाथ में लेकर
हर बार आती थी,
वो प्यारी नर्स ही थी,
जो इंजेक्शन से मुझे डराती थी,
उसकी वो फटकार,
प्रेम से भरी बातें,
मां के जैसी ममता,
दवा से ज्यादा असर डालती थी,
मेरे दवा न खाने पर,
अक्सर उसका डांटना,
और गुस्से के लहजे से बोलना,
दवा खा लो,
वरना डॉक्टर साहब
2 दिन और रखने वाले है... #nurses #nurses_day