टिप टिप टपक रही है पानी, फिर से दोहरा रही वही कहानी। यह कहानी कुछ ऐसा है गरीब के घर के जैसा है। रोज मेहनत मजदूरी कर कुछ अरमान सजाया है, फिर से पानी ने उनके सारे अरमानों को बहाया है। टिप टिप टपक रही है पानी फिर से दोहरा रही वही कहानी।। ##अरमान #