#OpenPoetry ए मोहब्बत तुझे समझना आसान नही। पल भर की खुशी , पल भर का गम, चेहरे पर मुस्कान मगर आँखे है नम, लगता है कभी कभी तू किसी की कद्रदान नही, ए मोहब्बत तुझे समझना आसान नही। किसी की याद आना, किसी की आदत हो जाना, किसी से दूर होना,किसी को ज़िंदगी भर के लिए पाना, लगता है कभी कभी तू वो शरीर है जिसमे कोई जान नही, ए मोहब्बत तुझे समझना आसान नही। किस्मत में न हो तो मिलाती क्यों है, साथ रहने के ख्वाब दिखाती क्यों है, कम्बख्त दिल समझता है तेरा कोई मेल नही, तू सच मे है,ये कोई कठपुतलियों का खेल नही, लगता है कभी कभी तुझे किसी की भावनाओ का मान नही, ए मोहब्बत तुझे समझना आसान नही। @Akashjoshi #Majhyakavita #Akashvani akashvani