वो फूल आज तक संभाला है मेने जो फूल तुमने मुझे भूल से दिया था मना चंद पल की खुशी थी पर में खुशकिस्मत हूँ कि कभी वो लम्हा था ज़िन्दगी में वो लम्हा था इस बात से ही खुश है नही तो दिल दुखने में कोई कसर बाकी नही रही है