कोरा काग़ज़ Premium Challange-18 विषय 1 :- आओ कोई शाम गुज़ारें (ग़ज़ल) वजह क्या है नाराज़गी की मुझसे सनम, कुछ तो बोलो क्या कोई ख़ता कर गए हम। हमारी चाहत को थोड़ा वक़्त दें अब हम। आओ कोई शाम गुज़ारें साथ में हम। चलो एक दूसरे पे थोड़ा ऐतबार कर लें। बातों-बातों में ही एक दूसरे से प्यार कर लें। सुनो अपने मन में ना पालना कोई वहम। आओ कोई शाम गुज़ारें साथ में हम। फ़िकर तुमको भी अक्सर मेरी है रहती। मगर तुम जाने मुझसे क्यों ना कहती। इस फ़िकर में ही एकदूजे को जी लें हम। आओ कोई शाम गुज़ारें साथ में हम। इस दिल को कभी समझाना आसां नहीं। चाहत की बातों से बहकाना आसां नहीं। चाहत की बातें चलो साथ बताएं हम। आओ कोई शाम गुज़ारें साथ में हम। कोरा काग़ज़ Premium Challange-18 विषय 1 :- आओ कोई शाम गुज़ारें (ग़ज़ल) वजह क्या है नाराज़गी की मुझसे सनम, कुछ तो बोलो क्या कोई ख़ता कर गए हम। हमारी चाहत को थोड़ा वक़्त दें अब हम। आओ कोई शाम गुज़ारें साथ में हम।