भरी आँखों से समझ न आया मुझे ख़त आखिर आया ही क्यों अब क्या समझाओगे यह तुमसे तो आया भी न गया आज रुखसत हो जाऊँगी मैं तुम रहना खत लिखते मुझको क्या पाओगे अब मुझको समझाने का सलीका न आया तुम्हे ख़त में क्या लिखा तुमने... #ख़त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi