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White सुनता भी नहीं कोई, मानता भी नहीं कोई, कवि बन

White सुनता भी नहीं कोई,
मानता भी नहीं कोई,
कवि बने पैदा हुए,
इसका संताप है।

 कुछ यदि लिखता भी,
 भूले कहीं दिखता भी,
लोग भी बेकार कहें,
कविता क्या पाप है।

माना वो अभी बच्चा है,
इस फील्ड में कच्चा है,
असंख्य कवि तोपों का,
 आगे वही बाप है।

जो अभी-अभी जन्मा है,
 लिखना माने कर्मा है,
 अल्पज्ञानी जो अभी है,
 कम ज्ञान नाप है।

©Bharat Bhushan pathak #good_night  hindi poetry hindi poetry on life poetry in hindi poetry love poetry for her
White सुनता भी नहीं कोई,
मानता भी नहीं कोई,
कवि बने पैदा हुए,
इसका संताप है।

 कुछ यदि लिखता भी,
 भूले कहीं दिखता भी,
लोग भी बेकार कहें,
कविता क्या पाप है।

माना वो अभी बच्चा है,
इस फील्ड में कच्चा है,
असंख्य कवि तोपों का,
 आगे वही बाप है।

जो अभी-अभी जन्मा है,
 लिखना माने कर्मा है,
 अल्पज्ञानी जो अभी है,
 कम ज्ञान नाप है।

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