पहले बड़े ही सलीके से झूठ बोलता है। फिर खुद को मेरा सच्चा दोस्त बोलता है।। उस नासमझ को नहीं मालूम दोस्ती की रिवायतें। जो भरोसेमंद ही नहीं वो दोस्त कहा होता है।। #fakefriendship