गुसताख अपनी गुसताखि से कुछ यूँ बेखबर था, कि उसकी गुसताखियों के चर्चे हर ज़ुबां पर मौजूद थे। लेकिन वो गुसताख अपने दिल से हो चुकी शरारतों से अंजान था। अब अपने दिल से बेखबर, मुहब्बत जैसे संगीन अपराध के जुर्म में इस गुसताख को ता-उमृ कैद की सज़ा अपनी महबूबा की जेल में काटनी होगी। और अब से गुसताखि की कोई गुंजाइश नहीं होगी, वफ़ा की हर घड़ी आज़माइश भी पूरी होगी।... Kuch haseen gustakhiyaan ❤🥰 #merebezubaanjazbaat #Ash! #yqbaba #yqdidi #yqquotes