सलाह इस बदसूरत सी सूरत की, जीनत पे अब तू गौर ना कर, जा जाके असत् की पूजा कर, अब मुझसे तू कुछ और ना कह तू कहता है, मै झूठा हूँ, चल मान लिया तू सच्चा है, मेरी height पे तू गौर ना कर, तू अभी भी अक्ल से बच्चा है मेरे आदि अंत की परवाह ना कर, तेरा Future बड़ा ही Dark दिखे, इस पन्ने पर आग की लपटे उठे, जब कलम ये कागज पर लिपटे, तू पढा लिखा चल ये भी सही, मैं अनपढ़ लेकिन मूर्ख नही, तेरे बुलबुलों की इस टोली का, माना तू है सरदार सही, चल माना कि मैं तो अकेला हूँ, पर याद ये रख कमज़ोर नहीं, मेरे शब्दों में आकार नहीं, न है द्रुत और रफ्तार नहीं, तू बस घमंड का पुतला है, अंदर से खाली, बाहर उथला है, तू ढीठ सही, मैं सहिष्णु नहीं, मै रावण पर तू विष्णु नहीं ©Shivam Agnihotri salah to enemies #zindagikerang