पानी का बुलबुला नही अब झरना बन धरती पर बिखर जाना है हर चुनोतियों को स्वीकार कर आगे बढ़ जाना है खुद का यकीन बन अपने जन्म को सार्थक करना है नजर बस अपनी मंजिल पर रख ख्वाबों के मंज़र पर विजयी पताका लहराना है इंसानियत का मिशाल बन भटके मुसाफ़िरो को एक रास्ता दिखाना है पानी का बुलबुला नही अब झरना बन धरती पर बिखर जाना है #पानी का बुलबुला नही अब झरना बन धरती पर बिखर जाना है #में_और_मेरे_अहसास #yqdidi