बार बार एक ही गलती दोहराती है, और मुझसे हर बार माफी की उम्मीद रखती है, शायद खुद को खुदा और मुझे बेवकूफ समझती है। बार बार तेरी गलतियों पर परदा डालता रहा, पर अब सबके सामने तुझे बेनकाब करूंगा, तेरी हर गलती का हिसाब सबके सामने लूंगा। कहने को ये दो शब्द हैं मगर किसी भी बात से जुड़ जाते हैं और कविता बना देते हैं। #बारबार #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi