White पल्लव की डायरी तकाजा उम्रों का है दिलो में गहराई लाइये आकर्षक दो दिनों का है बाजार प्यार का ना गर्माइये फूल गुलदस्ते प्रपोज खूब करो मगर अश्लीलता फैलाकर दोष चरित्र को मत लगाइये प्रेम समर्पण माँगता है जीवन साथी चुनकर फूल खिलाइये बहकावे के सब यार है यहाँ अपनाने का होश तो जगाइये प्यार को दिखावे के लिये नही निभाने के लिये गले लगाइये प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #lung_cancer निभाने के लिये गले लगाइये