Nojoto: Largest Storytelling Platform

आकाँक्षा या विचारवृहत्तता को संतुष्ट करने का एक ही

आकाँक्षा या विचारवृहत्तता को संतुष्ट करने का एक ही उपाय है - #आत्मज्ञान ... क्योंकि जो स्वयं को ही नहीं जानते उनके और सब कुछ जानने का मूल्य ही क्या है ?? ...... मनुष्य की सबसे बड़ी कठिनाई मनुष्य का अपने प्रति ही अज्ञान है, आत्मज्ञान के अभाव में जीवन उस नौका की भाँती है जिसको चलाने वाला होश में नहीं है, लेकिन नौका को चलाए जा रहा है, जीवन को सम्यक गति और गन्तव्य देने के लिये स्वयं का ज्ञान आधारभूत है ... मैं जो हूँ, उससे परिचित होकर ही मैं भविष्य के आधार रख सकती हूँ, जो कि अभी मुझमें निद्रामग्न है, मैं जो हूँ, उसे जानकर ही मुझमें अभी जो अजन्मा है, उसका जन्म हो सकता है !!!! #Dullness
आकाँक्षा या विचारवृहत्तता को संतुष्ट करने का एक ही उपाय है - #आत्मज्ञान ... क्योंकि जो स्वयं को ही नहीं जानते उनके और सब कुछ जानने का मूल्य ही क्या है ?? ...... मनुष्य की सबसे बड़ी कठिनाई मनुष्य का अपने प्रति ही अज्ञान है, आत्मज्ञान के अभाव में जीवन उस नौका की भाँती है जिसको चलाने वाला होश में नहीं है, लेकिन नौका को चलाए जा रहा है, जीवन को सम्यक गति और गन्तव्य देने के लिये स्वयं का ज्ञान आधारभूत है ... मैं जो हूँ, उससे परिचित होकर ही मैं भविष्य के आधार रख सकती हूँ, जो कि अभी मुझमें निद्रामग्न है, मैं जो हूँ, उसे जानकर ही मुझमें अभी जो अजन्मा है, उसका जन्म हो सकता है !!!! #Dullness