आज भी कुछ बाते मेरे कानों से आ,,के मेरी रूह में बस जाती है। 🙄🙄🙄🙄 बस फर्क इतना है। 😬😬😬😬 आँखों में आ,,के नमी बन कर बरस जाती है। नमी