सकल सृष्टि माँ-तात है, गणपति दीनों ज्ञान अंतर में भगवन बसे,सब कर लीजो ध्यान।१। विघ्न धरा से तुम हरो,गौरी-पुत्र गणेश। तम काटो अज्ञान के,रहे न भगवन लेश।२। प्रथमपूज्य गणदेवता,करो जगत उद्धार। मानस मन से त्याग दे,घृणित तुच्छ विचार।३। #सुनीता बिश्नोलिया© #जय गणेश #जय गणेश