अपने प्यार की ठंडी हवा के झोंके से जो सारे गमों को मिटा दे, बिन सावन, बिन बरसात के ही प्यार की बारिश से जो भिगा दे। बिना आहट के ही जो दिल के द्वार खोल कर अंदर बस जाए, जिंदगी के ख्वाबों को अपना बना कर जो मुस्कुराना सिखा दे, प्यार की परिभाषा एहसासों और जज्बातों से जुड़ी होती है, यह कोई एक अल्फ़ाज़ नहीं जो कोई भी लिखकर सिखा दे। नमस्कार लेखकों/कातिबों 1:आज के इस विषय पर अपने बहुमूल्य विचार रखें। 2: आपको केवल 4-6 पंक्तियाँ लिखनी हैं। वर्तनी एवं विचार की शुद्धता बनाए रखें। 3: आप हमारी कोट को हाइलाइट करें।