वो जो अपना नहीं था! वो जो अपनेपन की बातें अच्छी करता था| वो जो गैर था! मुझे अपने आप से ज्यादा अपना लगता था| वो जो कोसों दूर था! होता जो मेरे हर वक़्त में सुकून सा होता था| वो जो था! अगर वो थोड़ा भी मुझमें में होता! तो आज वो होता पर मुझमें शायद मेरा 'मैं' नहीं होता! वो कितना अच्छा होता! ©Di Pi Ka ना जाने ये धुनी क्यों गुनगुनाती है हम राम कहते है उन्हें मरा सुनाई जाती हैं! #dryleaf