महबूब ये महबूब मेरे ना खबर तुझे, तुझे दिन भर याद मैं करती हूं मेरी शायारी हर नज्मों में, बस तेरा नाम ही लिखती हूं। यहां मेरा हाल बेहाल सा है, और तुझको है कुछ खबर नहीं कोई खत तो लिख दे नाम मेरे, मुझको अब होता सबर नहीं। तेरी बातें वो कसमें तेरी, जब याद आया करती हैं तेरे जाने का गम हमे, तब बड़ा सताया करती हैं। तेरे दिए हुए गुलदस्तों को, मैं अब भी संभाल रखती हूं अब तुझसे मिलने की आश में, बस अश्क बहता करती हूं। ये महबूब मेरे ना खबर तुझे... #Humariadhurikahani #nojotohindi #nojotoshayari #nojotoquotes #nojotogazal #nojotopoetry