ऊँचा हो चला है आसमाँ भी पकड़ से, लगता है क़ोई उड़ान भरेगा तू चलता जा "हिमांश" एक रोशनी की राह पर, तुझे भी अपना मुक़ाम मिलेगा॥ 1 way...!!!