ज़िन्दगी भर दौड़ते रहते हैं हम ख़ुशी की तलाश में आखिर में परछाइयाँ तब्दील हो जाती हैं लाश में! सच्चा सुख अगर पाना है ख़ुश रहो उसमें, जो है पास में! संतुष्टि से बड़ा कोई खज़ाना नहीं, न दौड़ो मरीचिका के पीछे पाने की आस में! ©Anita Saini #runaway #कविता #शायरी#ज़िन्दगी#मैं#हम#तुम#Hindi#विचार#समाज