बारिश की वो बूंदे जो धारा की तपन मिटाती है उसके तपन मिटा उसे ठंडक प्रदान करती है और खुद को उस मे समाहित कर सोंधी महक बिखेरने से रोक नही पाती है । वो धारा की मिट्टी भी क्या सुगन्ध बिखेरती है । धुल को भी चन्दन बना देती है । वो बारिश की बूंदे । ©Mamta Kumari #OneSeason वो बारिश की बूंदे ।