हम कबसे कहने को तैयार थे तुमने सुना ही नहीं, लफ्ज भी कितने कहकर खाक किए तुमने समझा नहीं, कितनी दफा बहाये ये आंसू तुमने पलटकर देखा नहीं, झूठ नहीं कहती ये आँखें तुमने इन्हें कभी पढ़ा नहीं। ©Priya Gour 🖤🖤 #realityoflife #ankhe #16Nov 5:27 #randomthoughts #Nojoto #nojotowriters