तुम होकर जो मेरी गली से जाने लगी हो, मेरे जज्बातों को और बढ़ाने लगे हो, चाहते हैं इजहार कर दे ही अपनी मोहब्बत का, बस डरते हैं कि तुम कहीं और ही तो नहीं दिल लगाने लगे हो। तुम हो कर जो मेरी गली से जाने लगे हो।