ग़र कुछ करने को है तेरे नेक़ अरमान, फिर ख़ुदा भी होगा तुझपे बेशक़ मेहरबान, जब जब अहम व पाक़ का मानता रहेगा फ़रमान, तब तब उसकी रहमत लगती रहेगी अजिमो एहसान, मत करना कभी भी इन बातों पे तू कोई बदगुमान, नहीं तो दुुनिया व आख़ेरत पे होगा जरुर परेशान। Spirituality good intentions and good deed message