कोरा काग़ज़ है हमारा शब्दों का संसार। जहांँ मिलता हम सबको शब्दों का भंडार। मस्ती की पाठशाला में करते हम ढेर सारी मस्तियाँ। उर्दू की पाठशाला से सिखते उर्दू शब्दों की गहराइयांँ। दो मिसरे प्यार के छोटी सी ज़िन्दगी प्यार से गुज़ार लें। नफ़रतों को दिलों से मिटा मोहब्बत को हवा दें। खयालों की उथल पुथल से मन में कई विचार आते। जो पनपे भावनाओं को हम शब्दों का आकार देते। जिजविषा और समय समय पर होती विशेष प्रतियोगिता बहुत कुछ सिखाते। कलम की ताक़त कोरा काग़ज़ पर जो दुनिया को आपके शब्द दीवाने बनाते। कोरा काग़ज़ को कितना भी अलंकृत करें उठना ही कम है। यही अब बन गया मेरा छोटा सा सुंदर संसार है। ♥️ Challenge-1000 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ यह विशेष प्रतियोगिता है हज़ारवीं मुख्य प्रतियोगिता को सुन्दर बनाने के उपलक्ष्य में। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।